जनसेना नेता ने भूमि विवाद से जान खत्म करने के उद्देश्य से मार पीट किया

जनसेना नेता ने भूमि विवाद से जान खत्म करने के उद्देश्य से मार पीट किया

Jansena leader beat up

Jansena leader beat up

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

* बचाने के लिए आगे आने वाले को जान से मारने की धमकी भी दी गई ।
* इससे दो घंटे तक बेहोश रही
* अंत में गांव की महिला पुलिस और बुजुर्गों ने उसे अस्पताल पहुंचाने की पहल की ।

अमरावती : Jansena leader beat up: (आध्रा प्रदेश)  विशाखा जिले के पेंदुर्थी मंडल के चिंतागतलो में वाईएसआरसीपी की समर्थक पूर्व महिला सरपंच पर एन डी ए गठबंधन नेता पवन कल्याण पार्टी के  जनसेना नेताओं ने तानाशाही तरीके से हमला किया। बुरी तरह कुचल दिया। उन्होंने गांव वालों को चेतावनी दी कि कोई भी उसे न बचाए तो उसे भी मार देंगें कहाते हुवे उन्हें धमकी दी कि जो कोई भी आगे आकर उन्हें बचाए, उसे जान से अभी मार देंगे कहा। 
     नतीजतन, पीड़िता दो घंटे तक गंभीर रूप से चिल्ला रही थी बढ़ाने की गुजारिश कर रही थीकुछ लोग देख रहे थे लेकिन कुछ नहीं कर पा रहे थे    वह बचाने के लिए चिल्लाती रही। इस घटना ने गांव वालों की आंखों में आंसू ला दिए।

 पीड़िता के परिजनों के अनुसार रमना और पैडीराजू चिंतागत के मदीसा वेंकु नायडू के दो बेटे हैं। गांव में उनकी छह एकड़ जमीन है। दोनों भाइयों के बीच कई सालों से विवाद चल रहा है।  ..

कोर्ट में केस भी दायर किया गया था। लेकिन गठबंधन सरकार आने के बाद रमण और उनके बेटे हरीश जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे । जिस विषय को लेकर पुलिस में केस भी दर्ज हुई  हैं। 
        इसी क्रम में रमण, उनकी पत्नी कनकम्मा और बेटा हरीश जबरन जमीन जोत रहे थे। तब इसकी जानकारी पैडीराजू की पत्नी उपमाका (पूर्व सरपंच) पता लगते ही उसने उन्हें जमीन जोतने से रोक दिया। इससे रमण और कनकम्मा। हरीश ने मिलकर उपमाका की अंधाधुंध डंडो से पिटाई कर दी। बचाने के लिए चिल्लाते हुए लोगों से बचने की भीख मांग रही थीआखिर महिला क्या करतेबेहोश होकर गिर गईलगभग दो घंटे तक वैसी पड़ी थी 

उपमाका के खेत में करीब दो घंटे तक गंभीर यातना झेलने के बाद  हरीश ने चेतावनी दी कि अगर कोई उसे इलाज के लिए ले जाने की कोशिश करेगा तो उसे भी इससे ज्यादा गंभीर परिणाम भुगतने होंगे कहकर चेतावनी दिया, 
       जिससे गांव वाले डर से कांप उठे।  अंत में ग्राम सचिवालय महिला पुलिस और गांव के बुजुर्गों ने आगे आकर पीड़िता को आरोग्य श्री वाहन 108 से इलाज के लिए केजीएच पहुंचाया। 
      इस बीच,मारपीट को अंजाम देने वाले दोषी लोग स्वयं मदीना हरीश हत्या के प्रयास के मामले में थाना चली गऐ  और उसे वहाँ जमानत मिल गई इस विषय पर इस क्षेत्र के कई लोगों ने उच्च और तरीके से शिकायत भी किया और कहा कि आंध्र प्रदेश में पुलिस व्यवस्था एकदम निकम्मी और बेखौफ चुपचाप पड़ी हैअपराध हर जिले में हो रहे हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैंयह कहते ही हुए चार जिला के प्रमुखों ने 
आंध्र प्रदेश में मणिपुर से भी बदतर हरकतें बढ़ कर क्रूरित तरह की घटनाएं हो रही है और पुलिस निकम्मी बनकर देखते रही कुछ करती नहीं हैमामले दर्ज भी नहीं हो रहे हैं इस तरह के शिकायत कई बार यहां से लगभग राष्ट्रपति गवर्नर को भी प्रेषित किया गया है उसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं होने से एनडीए सरकार कीलोगों ने काफी निंदा पूर्वक बयान दे रहे हैं